अमेठी,29मार्च| भारतीय नव वर्ष की पूर्व संध्या पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पूर्ण गणवेश के स्वयंसेवकों ने एक साथ पग से पग, मन से मन और कंधे कंधा मिलाकर एक साथ अमेठी नगर में पथ संचलन किया l इस शुभ अवसर पर सैकड़ो स्वयंसेवक संपूर्ण राष्ट्र को संदेश देने के लिए देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए, इस भारत के संस्कृति को संजोए रखने के लिए सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे संतु निरामया का संदेश दिया इस अवसर प्रान्त शारीरिक प्रमुख संतोष ने कहा कि हम सबको संपूर्ण समाज को एक साथ लेकर चलने का प्रयत्न करते हैं क्योंकि हमारी संस्कृति आदि और अनंत है l हमारे संगठन की स्थापना के १०० वर्ष होने जा रहे हैं इस १०० वर्ष की यात्रा में हमने पंच संकल्प प्रण किए हैं कि सामाजिक समरसता के माध्यम से संपूर्ण समाज को जोड़ेंगे, पर्यावरण के माध्यम से पेड़, पानी और पालीथिन पर काम कर रहे है, कुटुंब प्रबोधन के माध्यम से परिवार में भारतीय संस्कृति रहे इसके लिए जन जागरण करेंगे, स्वदेशी के माध्यम से भारतीय वस्तुओं और स्व के भाव का जागरण करेंगे और नागरिक कर्तव्य के द्वारा हम सभी नागरिकों का अपने राष्ट्र के प्रति क्या कर्तव्य है इसका भाव जगाएंगे l
संतोष ने कहा कि आज ही के दिन डॉक्टर हेडगेवार जी का जन्म एक युग पुरुष के रूप में हुआ था , चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा का बहुत महत्व है क्योंकि आज के दिन से नववर्ष की शुरुआत होती है, इस दिन से विक्रम संवत की शुरुआत होती है, इस दिन से ही सतयुग की शुरुआत हुई थी ,हिन्दू नव वर्ष के साथ चैत्र नवरात्रि का आरंभ होता है, जो देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा का समय है. इस दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था, इस दिन ब्रह्माजी ने सृष्टि की रचना शुरू की थी, इस दिन प्रलयकाल में मनु की नाव को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया था. इसी दिन भगवान झूलेलाल का जन्म हुआ, आज से ही विक्रम संवत या नव संवत्सर की शुरुआत होती हैं, और यह नई शुरुआत, सकारात्मकता और आध्यात्मिक जागृति का प्रतीक है l यह दिन नई उम्मीदों और सकारात्मकता के साथ नए वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है , भारत के विभिन्न राज्यों में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जैसे कि गुड़ी पड़वा (महाराष्ट्र), युगादि (आंध्र प्रदेश और कर्नाटक) और चेटी चंड
हिन्दू नव वर्ष वैज्ञानिक रूप से काल गणना पर आधारित है जो आदि और अनंत है इस अवसर पर सह विभाग प्रचारक ओम प्रकाश, जिला प्रचारक पवन, संघचालक सुरेश, कृष्ण कुमार, रामराज, दिव्यांश, अम्बिका प्रसाद, अशोक, अरुण सरोज जैसे सैकड़ों कार्यक्रता सम्मिलित हुए l