नई दिल्ली।चीन ने बौद्ध अकादमी पर बड़ी कार्रवाई की है। चीनी अधिकारियों ने हाल ही में लारुंग गार बौद्ध अकादमी से 1000 से अधिक तिब्बती भिक्षुओं और भिक्षुणियों को निष्कासित कर दिया है।
यह कदम तिब्बती बौद्ध शिक्षा के प्रमुख केंद्र को कमजोर करने की दिशा में चीन द्वारा की जा रही वर्षों पुरानी कार्रवाई का हिस्सा माना जा रहा है।
अकादमी के आकार को सीमित करने की योजना
रेडियो फ्री एशिया (RFA) की रिपोर्ट के अनुसार, प्रशासकों ने यह फैसला अकादमी में रहने वाले बौद्ध पादरियों की संख्या 6,000 से घटाकर 5,000 करने के निर्देशों के तहत लिया है। चीनी अधिकारियों का दावा है कि यह निर्णय डोमिसाइल के कारण लिया गया है लेकिन तिब्बती संगठनों का मानना है कि यह बौद्ध धर्म पर बीजिंग के बढ़ते नियंत्रण का हिस्सा है।
2016 में भी हुआ था विध्वंस
यह पहली बार नहीं है जब लारुंग गार बौद्ध अकादमी को इस तरह के प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा हो। 2016 में, चीनी प्रशासन ने परिसर के बड़े हिस्से को ध्वस्त कर दिया था और हजारों भिक्षुओं और भिक्षुणियों को जबरन निकाला था। 2000 के दशक की शुरुआत तक इस अकादमी में लगभग 40,000 बौद्ध भिक्षु रहते थे लेकिन अब इसे लगातार छोटा किया जा रहा है।